Tuesday, July 4, 2017

I Am Mom..But You Are Not Dad!!

                                        Image result for sad mother
Once a mother ,forever a mother ...Very true....but Once a father , forever a father!!! A big No!! Atleast not for me. It's been 4 years of our marriage and I am viewer of transformations like late night romantic candle night dinners to "ghar par hi kuch bana lo naa plz " throngs( even when I m not so well),long drives in monsoon to "arey bachche ke saath pareshaan ho jaate hain baahar", Coffee in CCD to "chai aur banaa do plz ek" and so on...Goes on...

Change is beautiful but not this one. Our son has changed our lives in every aspect. He is the one who taught me so many things in past one year and I am still his student , why Motherhood is called the most blessed phase of life,he made me realised that. I never regret leaving up my career for him because the salary in form of such a pure and unconditional love from him is worth and compensating;more than expectations. But is this the case with our Mans too?? I Doubt!!!
Why I intended to write over this have been inspired rather I would say from my own sufferings and experiences. 
It's not been once,several times I realise being mum I silently skip over significant things  from my daily doings adhered to fitness,hobby, daily chores or nothing but a Me time , while nurturing baby in some way or other but It didn't seem to have much affected Papa's life. 
Weaning process is undergoing now a days and it's really becoming a tedious task to do especially during nights. It's not so easy as read or heard by others. Tapping down his back for 2 hours after taking him on shoulders for nearly half an hour and continuously humming around ,must not be so easy task down. Expecting husband to take baby for few minutes after his 9 hours service to boss including traffic fatigue,is just like asking for water in desert. Even if you dare,you would be served with all the office tantrums they gone through out the day and how I can't understand that just because I stay at home living all luxuries and facilities. Hence, tapping is more easy.
There are many cases where I missed the opportunities to attend social gatherings ,events,functions,dance practices,women parties just because either the time is not suitable or kids are not allowed there for some reason. But we people never regret that and accept the fact that everyone suffers this phase and after all opportunities never ends. But the joy of having this if your spouse support you,works as a cherry on the top of cake. It's in these ways perhaps when you become a parent from a mother or father.
Another one,Weekends gave me opportunity to take some classes for competitive exams in a coaching centre near by. I approved for the proposal because my husband has weekends off and It would be beneficial for me too in future to be in touch with my subjects and scope of self grooming too would improvise. It was my first class that day.I almost finished up at right time and my husband called me up that he would be dropping our son to some relatives house( who stays in our society) as he had to attend a sudden get together which their college friends has planned somewhere. I would have told Him not to do so if he would have given chance me to speak at least. When I tried to Grimm over him for his act in the evening ,when he returned,his words shut my mouth and  my mind that day..."Arey mjhe bhi to thoda  time chahye naa khud ke liye...Thoda saa free hua aur tum Kush ko mere paas chhod gayi"....
I couldn't answer his question...Rather I didn't wanted to. Whether This was fight for "Me time " or this is a sedimented mind set of males in our society that we have been crowned for" looking after baby task" whatever be the condition is and can never put back this at second priority (though they might do it)....They work,they earn,they have been sitting on the chair of thorns in office bearing many pressures,they take care of financial needs of their family,they hear their mother's pain of bringing an inappropriate bahu to the family and so many responsibilities they handle. How can I ask him for just a 2 hours a week for myself. How can he compromise with his sleep to make me comfortable and easy. Isn't he is earning and fulfilling all our dreams, materialistic dreams ,,enough for us to be happy and cheerful . Why should he prepare a lunch for me on Sundays to make me feel special.,it's his holiday after all. Why should he take care of baby whole day on Sunday ,after all he is too tired to do so after working 5 days so fiercely. And finally what would I do If he would look after baby????
This is true incident from which my friend is suffering these days. Her call in  morning made me pen down her emotions in this write up. Hope many of you could relate and all husbands who don't realise what their small lovable actions could bring sanctity to a relation may also change their perspective after having a read.

हम साँवले ही ठीक हैं!!

                                             Image result for lisa haydon
" लड़की का रंग थोड़ा साफ नहीं है"
" गोरा रंग तो लड़कियों की खूबसूरती है"
" हमें तो हमारे बेटे के लिए गोरी,सुंदर और कामकाजी लड़की चाहये साहब!!"
ये कुछ ऐसे वाक्य हैं जो हम हमारे आसपास कहीं ना कहीं सुन ही लेते हैं,कहीं बाहर जाने की भी ज़रूरी नहीं पड़ती,घर में ही कोई ना कोई गोरेपन को सुंदरता से जोड़ता हुआ मिल जाता है। 
माँ बचपन से ही मुल्तानी मिट्टी का उपयोग करने को क्यों बोलती थी,ज़माने की इस सोच से बेखबर मैं ,अब समझ पायी हूँ। रंगभेद,Colour Discrimination या Racism हर जगह किसी ना किसी रूप में देखने को मिल ही जाता है। बचपन में भी किसी ना किसी रूप में मेरे रंग को लेकर दूसरे बच्चों में मेरी टांग खींची जाना या मज़ाक बनाया जाना बहुत सामान्य सी बात थी,शायद आप लोगों ने भी कभी ना कभी सहा होगा।
लेकिन मैं जैसे जैसे बड़ी हुई,एक बात समझ में आयी कि मैं बुरी नहीं दिखती बस कुछ दूसरों से कुछ कम अच्छी दिखती हूँ। जी मतलब!! खूबसूरती हमेशा तुलनात्मक मापदंड पर देखी जाती है। जब मैं मुझसे सांवली लड़की के साथ खड़ी हूँ तो मैं लगभग गोरी के बराबर हूँ और जब करीना कपूर के साथ,तो काली। और मेरा मानना ऐसा है कि इस चीज़ का ज़्यादा फ़र्क़ भी नहीं पड़ता। सबके पास कुछ ना कुछ तो होता ही है खुद पर गर्व करने के लिए। कोई बुद्धिमान है तो कोई बहुत सुंदर,कोई लिखता बहुत अच्छा है तो कोई खेलता,कोई पाककला में निपुण तो कोई व्यवहार कुशल। और कोई भी अपनी कला को अपने साथ कब्र तक नहीं लेकर जाएगा,अलावा अपने कर्म के, तो फिर किस बात का घमंड।
"और जो आपकी टांग खींचकर आपको नीचे लाना चाहते हैं वो एक बात तो सिद्ध कर ही चुके हैं कि आप उनसे ऊपर हैं"- Anonymus
तो अगर आपके सांवलेपन की वजह से कभी आपने किसी भी तरह के भेदभाव का अनुभव किया है या किसी ना चाहने वाले experiences से आपको गुज़रना पड़ा हो तो ये लेख आपके लिए ही है। अपने रंग पर गुमान करने के लिए और अभी के अभी अपनी 'फेयर एंड लवली' करने वाली सारी creams को कचरापात्र में डालने के कुछ कारण जो मेरे पास है वो ये हैं:
1. सांवला रंग आपको जवान बनाये रखता है
जी हां!! एक वैज्ञानिक तथ्य के अनुसार,डार्क स्पॉट्स और झुर्रियां ,सांवली त्वचा पर कम असर करती है या नज़र आती है जितनी गोरी त्वचा पर। परिणामस्वरूप,साँवले लोग ज़्यादा समय तक जवान दिखते हैं।
2. सूरज की किरणों से बचाती है सांवली त्वचा
हमारी चमड़ी का रंग काला होने का कारण एक बायोलॉजिकल कंपाउंड Melanin  है।मेलेनिन कैंसर फाइटर है जो हमे सूर्य की नुकसानदायक किरणों से बचाता है,अलग अलग चर्म रोगों से बचाता है और हमारे शरीर को एक प्रोटेक्टिव लेयर प्रदान करता है। 
3. Glossy Cream बाय बाय!!
सांवली त्वचा में अपने आप में एक चमक और निखार होता है तो हमें उसे चमकाने के लिए किसी भी तरह की ग्लॉस संबंधित प्रोडक्ट की आवश्यकता नहीं होती।
4. दूध का दूध,पानी का पानी!!
जी! हम अगर ऐसे लोगों से घिरे रहें जिनके सामने हम वो नहीं बता सकते हैं जो हम असलियत में हैं तो ज़िन्दगी जीने का मज़ा नहीं आएगा। आवरण के साथ जीना,ज़िंदादिली नहीं है। अगर हम जैसे हैं वैसा ही हमें अपनाया जाए तो हम धीरे धीरे सच्चाई से वाकिफ होते जाते हैं और सच्चे लोगों से भी। तो सांवलापन मेरी सच्चाई है और मुझे इसके साथ अपनाने वाले मेरे सच्चे मित्र।
5. Skin Damage??? ये क्या होता है!
जी हां!! साँवले रंग की त्वचा पर हमारे चेहरे पर होने वाले किसी भी नुकसान जैसे टैनिंग,स्कार्स आदि का प्रभाव कम पड़ता है और दिखता भी कम है वनिस्पत गोरी त्वचा के। तो हमें एजिंग और स्कार्स जैसे परिणामों की परवाह करने की अवश्यकता नहीं।
तो अगली बार कभी कोई आपको आपके सांवलेपन या कम गोरे होने पर हिदायत दे या कोई नसीहत दे तो गर्व से इन बातों से उन्हें भी अवगत कराएं।माँ की सुंदरता उसकी ममता में,लेखक की सुन्दरता उसके शब्दों में,खिलाड़ी की सुंदरता उसके खेल में,एक्टर की सुंदरता उसके नाट्य में,चित्रकार की उसकी चित्रकारी में.......
 रंग का ख़ूबसूरती से कोई लेना देना नहीं,मन और कर्म की सुंदरता व्यक्ति को सुंदर बनाती है और वही सुंदरता उससे जुड़े हुए लोगों को भी।
                                                               ****सभी सांवली सुंदर  महिलाओ को समर्पित*****

Thursday, June 8, 2017

और फिर कोई दफन हो गया!!

                                                           Image result for sad indian  bride
कल प्रिया की शादी का कार्ड देखा तो अचानाक उसकी छवि आंखों के सामने आ गयी।

प्रिया,मेरी बहुत अच्छी सहेली और सबसे अलग और अलौकिक व्यक्तित्व, शांत सुलझी समझदार,क्या क्या विश्लेषणों से उसे आपसे मिलवाऊं। कभी कभी उसे देखकर ईर्ष्या होने लगती कि कोई इतना अच्छा कैसे हो सकता है। ईश्वर ने हर आदमी को अपने आपको संतुलित करने के लिए किसी ना किसी कमी से नवाजा है पर प्रिया इस मापदंड पर खरा नहीं उतरती।सब कुछ इतना परफेक्ट कैसे कर लेती है। पढ़ाई में अच्छी होने के साथ,खेलकूद,अपनी कलाओं में निपुण तो थी ही,सबसे अच्छी बात,एक अच्छी इंसान थी।मानवता उसमे कूट कूट के भरी थी। प्रेम,हास्य और प्रतिभा का ऐसा मेल बहुत कम ही देखने को मिलता है।
शादी में जाना तय हुआ। सैंकड़ो सवाल और खुशी।आखिर कौन खुशनसीब होगा जिसके भाग्य में प्रिया होगी। धन्य हैं वो माता पिता जिनकी प्रिया जैसी बेटी है। शादी में एक दिन पहले ही पहुंच गई मैं। नज़रें प्रिया को ढूंढ रही थीं। माताजी से मिली तो उन्होंने बताया प्रिया का कमरा ऊपर है वो वहीं है।
"प्रिया!!!,Congratulations!!! बहुत खुश हूं मैं तेरे लिए!!"कहते हुए मैंने उसे गले से लगा लिया।
वो गले तो लगी पर एक दुल्हन वाली चमक गायब थी चेहरे से।वो मुस्कुराई तो मुझे देखकर पर वो गर्माहट जो उसके मुस्कुराने से सामने वाले को बिखेर दे,वो गायब थी। प्रिया उन लड़कियों में से भी नहीं थी जो शादी की वजह से होने वाली Anxiety से प्रभावित हो जाये। मेरे मन में कुछ ठनका। क्यों उसकी नज़रों में आज वो तेज नहीं।
"क्या बात है प्रिया? कुछ परेशान हो?? साफ साफ मैंने उससे पूछा।
बहुत ज़्यादा ज़ोर देने के बाद उसने मुझे बताया। 
कॉलेज के पहले साल में वो एक लड़के से दोस्ती कर बैठी जो तीसरे साल तक प्यार में बदल गयी। उसने बहुत रोकने की कोशिश की खुद को की वो उस संबंध को वहीं तोड़ दे लेकिन उससे नहीं हुआ।वो करन(जिस लड़के से प्रेम करती थी)की अच्छाइयों की तरफ खींची चली गयी। कॉलेज के कुछ लड़कों के छेड़ने पर अकेला करन ही था जिसने उसके लिए लड़ाई की थी। एक दोस्त की नज़र में बिल्कुल सही बैठता नज़र आता था।औरतों की इज़्ज़त करना,स्वाभिमानी होना,ये सब बातें प्रिया को खींचती चली गयी उसकी तरफ। कॉलेज के लास्ट ईयर ,जब करन और प्रिया दोनों ने अपनी पूरी ज़िंदगी साथ बिताने का तय किया,बात आई माता पिता को मनाने की। करन के मान गए पर प्रिया के माता पिता ने बवाल मचा दिया। केवल प्रिया के ज़िक्र करने पर ही घर में इतना बड़ा बवंडर खड़ा हो गया। ना जाने कैसे कैसे उलाहने देने लगी प्रिया की माताजी। छोटे भाई बहन ने भी बात करना कम कर दिया। करन ने फिर भी प्रिया को हिम्मत दिलाई और कहा शुरू में ऐसा होता है और हम हार नहीं मानेंगे प्रिया। सब लोग मान जाएंगे आखिर में। भाग कर शादी करना या बगावत करना,दोनों के उसूलों के खिलाफ था इसलिए माता पिता को मनाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं था। 
प्रिया का परिवार बहुत ज़्यादा दकियानूसी सोच का था। शुरू से ही घर से ज़्यादा बाहर ना निकलना,सही ढंग के कपड़े पहनना, फिल्में ना देखना,लड़कों को दोस्त नहीं बनाना बहुत सामान्य से पालन किये जाने वाले नियम थे प्रिया के घर में। समाज के लोग में हमारी क्या इज़्ज़त रह जायेगी,इस सवाल ने पूरी ज़िंदगी बर्बाद कर दी थी। खैर!! प्रिया ने ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया लेकिन उसके मां और पिता कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। वो लोकलाज के आगे अपनी बेटो की खुशी नहीं देख पा रहे थे। उसके आँसुओ का इन् पर कोई असर नहीं हो रहा था। जिस बेटी ने उनकी एक बात आज तक नहीं टाली, उनके हर कहे को सर्वस्व माना,अवज्ञा नहीं की कभी,घर से दूर पढ़ाई करने के बावजूद भी उनकी नामौजूदगी का फायदा नहीं उठाया और वो सब कुछ किया जो आज के समय के बच्चों के करने का बस तक नहीं,उसकी खुशी आज उनके लिए कोई मायने नहीं रखती।
प्रिया के बहुत जोर देने पर पहले उन्होंने प्यार से फिर फटकार से समझाया और अंत में उससे बिना पूछे समाज के एक प्रतिष्ठित परिवार में उसका रिश्ता तय कर दिया।
बेबस प्रिया कुछ नहीं कर पाई। करन के अपने माता पिता के साथ प्रिया के घर आकर उन्हें समझाने का भी कोई फायदा नहीं हुआ और उन्हें बेज़्ज़त होकर घर से जाना पड़ा। हालांकि करन पर इस बात का कोई प्रभाव नहीं पड़ा।वो लगातार प्रिया को ढांढस बंधाये हुए था। पर सब कोशिशें बेकार हो गयी। आखिर उन दोनों को हार माननी पड़ी,
हार गए वो समाज की इस सोच के आगे कि लव मैरिज अपराध है। हार गए वो अपने माता पिता की सोच के आगे कि लड़की अपना वर खुद नहीं चुन सकती,अगर वो प्रेम विवाह करती है तो उसे समाज अच्छी नज़र से नहीं देखता।
ये कैसा ढर्रा है हमारे समाज में जहां जीवन साथी चुनने का अधिकार नहीं हमें। हम अपनी ज़िंदगी का सबसे बड़ा फैसला खुद नहीं कर सकते। समाज में इज़्ज़त के नाम पर कितने अरमानों का गला घोंट दिया जाता है।या तो इमोशनल प्रेशर देकर माना लिया जाता है या ज़बरदस्ती शादी करवा दी जाती है या डरा धमका कर चुप कर दिया जाता है। बड़े शहरों में तो सोच में खुलापन आम बात है पर छोटे कस्बे और गांव में हालात बहुत पिछड़े हुए है अब तक। शिक्षा का अर्थ ही क्या जब हम ऐसे फ़िज़ूल पारंपरिक प्रतिरूप से बाहर ना निकल पाएं। 
प्रिया के माता पिता खुद पढ़े लिखे और समाज में प्रतिष्ठित परिवारों की गिनती में आते हैं पर मैं माफी चाहूंगी अगर हम हमारे बच्चों की खुशी और उनके निर्णयों में उनके साथ खड़े नहीं हो सकते तो हमारे समाज में इस प्रतिष्ठा का भी कोई खास सरोकार नहीं। भेड़ चाल से हटकर अगर हम कोई बीड़ा उठाने की हिम्मत करते हैं,अपनी बच्चों के लिए दुनिया से लड़ सकते है ,उनकी आंखों में वो चमक लौटा सकते हैं,उनके फ़ैसलों में उनका साथ निभा सकते हैं,समाज का बना बनाया ढांचा तोड़ सकते हैं,अपने बच्चों को कुरीतियों के खिलाफ खड़ा होना सीखा सकते हैं, तो ही हम सही मायने में माता पिता का फर्ज अदा करते हैं वरना तो ये "झूठी इज़्ज़त" का आवरण हमारे ही बच्चों के अरमानों का गला घोट देगा और हम मुस्कुरा के तमाशा देख रहे होंगे।

मेरे पति.... एक बिगड़े बच्चे!!!

                                     Image result for kids playing
मुम्बई की बारिश!! मानसून वाली तो नहीं है पर हां अभी गर्मी से राहत दिलाये हुए है और मेरे मन मस्तिष्क की तरंगों को शब्दों में पिरोने का कारण बने हुए है। बारिश का सीधा संबंध प्यार से जुड़ जाता है और प्यार शब्द आते ही पतिदेव की याद आ जाती है और इनकी याद आते ही...........शाम को खाने में क्या बनाओ ये याद आ जाता है😉😂 ऐसा नहीं है,Unromantic होने का लाँछन तो नहीं लगा सकती अपने पति पर क्योंकि शादी के 4 साल के बाद भी उनके प्यार को दर्शाने के तरीकों में कोई बदलाव नहीं आया है भाग्यवश, लेकिन उनके बचपन से घर में रहने के Side effects मुझे अभी भी झेलने पड़ते हैं कहीं ना कहीं!!

जी! मैं एक छोटे कस्बे से तालुक्क रखती हूं तो मुझे स्कूल खत्म करते ही आगे की पढ़ाई के लिए घर छोड़कर बाहर हॉस्टल में रहना पड़ा। बहुत मुश्किल था वो समय मेरे लिए। खास तौर पर माँ के बिना रहना। मेरी उन् आदतों का क्या होगा जो कभी उसने सुधारी ही नहीं,मेरे बाल बनाना,रोज़ की मेरी स्कूल के किस्से सुनना, आते ही निम्बू पानी देना,बालों में तेल डालना और ना जाने क्या क्या। ये सब तो मुझे उससे जोड़े रखता है,वहां हॉस्टल में कौन करेगा ये सब। शुरू में कठिन था लेकिन आज सोचती हूँ तो लगता है, उन 7 सालों में ली कितनी सीख आज मेरे जीवन को कितना सरल और सुलझी हुई बनाती है।
• Adjustment : सबसे पहला शब्द जो घर के बाहर कदम निकालते ही सीखा। शोर में भी पढ़ना सिखा दिया होस्टल के उस छोटे से कमरे ने। बिस्तर शेयर करना सिखाया था उस छोटे से बेड ने। रूममेट को डिस्टर्ब किये बिना उठना सीखा दिया उस घड़ी के अलार्म ने।
वहीं दूसरी ओर मेरे पति। घर से ही कॉलेज की पढ़ाई की तो उनकी माता का संरक्षण हमेशा उनके पास रहा। इनके कॉलेज जाने के टाइम पर कोई बाथरूम में नहीं जाता। इनके पढ़ने के टाइम कोई TV नहीं चलाता। एग्जाम के टाइम तो मानो मातम सा छा जाता था घर में!!!😂 आज भी उनके आफिस के काम के बीच कोई आ जाये तो बेचारे को उनके कोप का भाजन बनना पड़ जाता है।
• Compromise : हां!! ये शब्द के मायने भी मैंने सीख लिए थे हॉस्टल में। जब हम कुल 150 लड़कियों के साथ रहते हैं जो कहीं ना कहीं हर तरीके से हमारे जैसी ही हैं, तो उनके साथ संबंध बनाने के लिए कभी झुकना पड़ता है तो कभी प्यार से समझना पड़ता है,कभी रूठे को मनाना पड़ता है तो कभी सच और सही के लिए विद्रोह करना पड़ता है लेकिन हां Compromise हर जगह अपनी एक अहम भूमिका निभाता है चीजों को सरल और सौहार्दपूर्ण बनाने में। पतिदेव ने ये शब्द थोड़ा थोड़ा शायद शादी के बाद ही सीखना शुरू किया😅 क्योंकि उनकी परम पूज्य माताजी ने इसकी परिभाषा सीखने का मौका ही नहीं दिया।
• Self Dependence : अपने कपड़े खुद धोना,बालों में तेल लगाना,अपनी फीस का काम बैंक में जाकर खुद करना,अपनी खाने पीने की व्यवस्थाओं का ध्यान रखना,साफ सफाई यहां तक कि नए नए दौर में जब आपके ज़्यादा दोस्त नहीं बने होते तब अपनी तबियत का ख्याल भी खुद ही रखना होता था। अपना काम खुद करने की एक बुरी सी आदत डाल दी थी होस्टल नें जो आज भी कमबख्त पीछा नहीं छोड़ती। सही सोचा अपने...पतिदेव बिल्कुल विपरीत... अपने हर छोटे मोटे काम के लिए हम पर निर्भर। पहले माँ और अब मैं। अगर मैं रात को बाथरूम में उनके कपड़े रखना भूल जाऊँ तो आफिस के लिए लेट होने का इल्ज़ाम मुझ पर। मेरे बहुत कोशिश करने पर अब उनमे थोड़े बहुत बदलाव आए हैं पर फिर भी हर छोटी ज़रूरत के लिए किसी को पूछना पड़ता है... कारण...आदत। जी बचपन से बिना कहे ही जब काम हो जाये तो बात ही क्या और इसका पूरा श्रेय मेरी सासु माँ को जाता है।
 • Decisive: जब हम अपने घर से दूर होते हैं हमारे रोज़मर्रा के जीवन से जुड़े छोटे छोटे फैसले लेने में सहयोगी साबित होता है हमारे घर से हमारा दूर रहना। क्या चीज़ का सही दाम कितना है और पैसों की अहमियत झट से समझ आ जाती है जो कभी घर पर समझ नहीं आयी थी। महँगे कपड़ों की जिद्द करना भूल गयी मैं,हॉस्टल से जाने के बाद। पतिदेव भी decisive हैं,लेकिन केवल कुछ मुद्दों में। बाकी हमारी सासु माँ से एक बार डिसकस किये बिना उन्हें चैन नहीं पड़ता चाहे वो घर में कोई सामान लाने की बात ही क्यों ना हो।
अब आप सोच रहे होंगे,ये मुद्दा क्या है,कहना क्या चाहती हो,ये क्या हॉस्टल और घर से पढ़ने वालों के बीच कोई comparison है? ....नहीं !! उदाहरण में चाहे मैंने अपने बेचारे भोले भाले पतिदेव को खींच लिया हो और केवल हॉस्टल और घर से पढ़ाई का ही तुलनात्मक विश्लेषण किया हो लेकिन सीधे सीधे शब्दों में बात है स्वावलंबन की। हाँ!! वो गुण जो हमारे बच्चों में हमें सबसे पहले डालना चाहये चाहे वो हमारे पास रहते हो या नहीं। खुद पर भरोसा करने का काम जिस दिन उन्हें आ जायेगा,उनके पंखों को फैलने से कोई नहीं रोक पायेगा। Self Dependence,Decision making power,Compromise ,Adjustments वो छोटे छोटे बीज है जो बच्चों के मूल्यों की जड़ों को मजबूत बनाती है।
• अपने बच्चों को आत्मनिर्भर होना सिखाएं। अपनी भौतिक मूल आवश्यकताओं के लिए वो हम पर निर्भर ना रहें। और ये जितना जल्दी शुरू हो उनके लिए उतना अच्छा है।
• उन्हें अपना काम करने के खुद प्रयास करने दें,जब तक वो खुद हार नहीं मानते उन्हें किसी तरह की कोई मदद ना दें।
• अपने आसपास साफ सफाई का महत्व समझाएं। अपनी चीजों को ढंग से रखना,अव्यवस्थाओं से शिकायत करना और उन्हें ठीक करना सीखाएं।
• लोगों के बीच उनके तरीके से रहना और नम्रता से झुकना सीखाएं। उन्हें इस बात का महत्व बताये की दुनिया  हम जैसे लोगों से ही बनी है केवल समन्वय करने की बात है।
बच्चे चाहे दूर रहे या पास,उन्हें स्वयं पर आश्रित रहने का मौका दें और जो कभी लड़खड़ा जाएं तो हम तो हैं ही उनके साथ, हमेशा।
अरे ये लिखने लिखाने और बातें करने में मैं भूल ही गयी कि पतिदेव के खाने का टाइम हो चला है और मुझे रसोई में खूब तैयारी करनी है, चलती हूँ और मिलूंगी कभी कुछ कीड़ा आ चला दिमाग में तो शब्दों में पिरो के आपके पास पहुँचा दूंगी।
                              धन्यवाद!!

Monday, June 5, 2017

This 3 Ingredients and 5 Minutes Recipe will Remove Your Facial Hair Forever

                                                        Image result for removing facial haoirs

Clean and bright skin enhances your beauty. If you have hair on your face, it looks odd. If you are in proper dressing and style but has facial hair, then it spoils your personality. The hair on mustache looks very bad, and every woman is very conscious about it. Usually, they go for waxing and threading. Because of threading we have cuts on our hands and new hair has thicker roots. On the other hand, waxing is a painful process, and it sticks to fingers and hands.

Today we are going to share such a recipe that consists of just three ingredients and within five minutes you will get rid of facial hair. It is easy to make and time-saving recipe.

Ingredients:

  • 2 tablespoon Lemon Juice
  • 1 tablespoon oatmeal paste
  • 2 tablespoon Honey

Method:

1.  Take oatmeal paste in a bowl.
2.  Add lemon juice and honey in it.
3.  Mix it well and make a paste.
4.  Apply it on wanted area of your face with the help of a brush or use your fingers.
5.  Leave it five minutes and wash with lukewarm water.
Repeat this process two to three times in a week and after one month you will get rid of facial hair forever that looks odd.

4 Ingredient Face Mask to Magically Remove Acne Scars, Wrinkles and Reverse Aging

                                                  Image result for women without scars          
In modern world there is a cure of almost every disease on the other hand with these healing procedures there are side effects. When we have to face acne or pimples on the face we do not hesitate to use creams or medicine. Even after these creams and medicines there are leave traces of pimples and acne. If we do not use anything then we have to face dark spots or scars. Today we are going to share a simple but fabulous face mask consisting of four ingredients which is a great solution of your problem.

Ingredients:

  • 1 tsp Honey
  • 1 tsp fresh Lemon Juice
  • ½ tsp Cinnamon(daalcheeni)
  • ½ tsp Nutmeg( jaayfal)

Method of Preparation:

1.  Mix all the ingredients like honey, lemon juice, cinnamon, nutmeg into a bowl
2.  After mixing you will get a mixture. If your skin is sensitive to lemon juice then omit it, however if your skin bear it then you can add dilute solution into it. You can also test this mixture on small portion of your face and if you feel itching then remove it.
3.  If your skin is not sensitive to lemon juice then apply this mixture on your face but avoid eye and mouth area
4.  Leave it for thirty minutes and if you feel burning sensation then remove in ten minutes
5.  Wash it with cold or normal water and let it dry. Do not use towel and do not apply anything for some time. If you need then you can use rose water.
This is such a fabulous Face Mask which has power to remove acne scars and wrinkles. On the other hand it also reverse aging.

5 Proven Health Benefits of Eating Garlic

                                                        Image result for garlic
Aphrodisiac, food, medicine and the cause of prolonged life – I have been using garlic for many purposes over the centuries.
Recent research based evidence proved that garlic may be effective against high blood pressure, heart disease and blood vessels, cholesterol, colds and some types of cancer. Here are some tips to get rid of different diseases by using garlic.
                                                        1. High Blood Pressure

Identified in 2012, one of the best available evidence on the use of garlic to treat high blood pressure, a good study suggests that 200 mg of garlic powder three times a day lowers blood pressure. However, the bulletin concluded that there is insufficient evidence to determine whether garlic and effective way to treat high blood pressure and reduce the mortality rate.
                                                                 2. Cholesterol
Concluded bulletin performed well in 2009 and is one of 29 good quality study (involving a total of 1,794 participants) that garlic (garlic powder mainly) cause a “modest reductions” in total cholesterol levels.
                                                                      3. Colds
Concluded good quality bulletin in 2012, one of the best available evidence that there was insufficient evidence on the effects of garlic extensions on treatment or prevention of colds. Most of the studies, which claimed it, were of low quality. It has been said in the bulletin that good logical study suggests that garlic may prevent colds, but there was a need for more research until the consolidation of results.
                                                                4.Cancer
The conflicting evidence. It concluded the Global Fund for Cancer Research Bulletin in 2007 that garlic “probably protects against” the intestines and stomach cancers. It concluded the latest bulletin from 2009 and is one of the best available research on humans that there is no credible evidence about the cancer of the stomach, breast, lung and uterus, but there are very limited evidence about that eating garlic may lower the risk of colon cancer, prostate, oral, ovarian or renal cell cancer.
                                                               5. Rule Dietician
Alison Hornby, says nutrition specialist and spokeswoman for the British Nutrition Association: “Garlic delicious flavor used on a large scale in the kitchen of the Mediterranean and Asia.”
With a high concentration of garlic extract studies with improving circulation have been associated, most health levels and lower blood pressure, cholesterol, which reduces the risk of heart disease and blood vessels. However, current evidence does not support the use of garlic extensions to improve health.
The garlic is particularly useful in cooking, as it provides an alternative to salt to add flavor to meals, along with the lemon juice, pepper, herbs and spices. Eating less salt is important to avoid high blood pressure.

Friday, May 26, 2017

Flaxseed ( Alasi): 20 Reasons Why It Is A Super Ingredient


                                              Image result for flaxseeds
With the advent of health consciousness , one of the seeds that are gaining too much importance is Flaxseeds or Alasi.

This powerful plant seeds reduce the risk of heart diseases,stroke,diabetes,cancer and are good source of healthy fibre,fats and anti oxidants.
Their beauty and health Benefits too catches eye over them.
                                                                Flaxseeds: What are they?
Flaxseeds,sometimes called linseed ,are small ,brown,tan or golden coloured seeds that are the richest source of a plant based OMEGA-3 FATTY ACIDS,called Alpha linoleic acid(ALA) in the world. 
They have been consumed as food for around 6000 years and may have very well been the world's first cultivated product.
                                                           Nutritional Facts About Flaxseeds
When we look at the nutritional benefits of flaxseeds ,they definitely catches one's  eye over it
* Omega-3 
Fibre
Protein
Vitamin B1
Manganese
Magnesium
Phosphorous
Selenium
Also, they contain good amount of Vitamin BY,Iron,Potassium ,Copper and Zinc.
These nutritional content makes flaxseeds most nutrient dense food in planet.      
                                       
                                                      Why Is it A Super Healthy
1. Low in Carbs,High in fibre
Flaxseeds contain high content of mucilage gum content . Mucilage is a gel forming fibre that is water soluble and has incredible effects on intestinal tract. It increases nutritional absorption by emptieng food from stomach to small intestine in very shirt span.
2. Healthy Skin and hair
The ALA fats in them benefits the skin and hair by providing them essential fats as well as B vitamins which help reducing dryness  and flakiness. Also improves symptoms of Acne,rosacea and eczema.
Either consume internally or can be mixed with natural skin moisturiser or essential oils.
3. Weight Loss
This acts as important weight loss remedy as high fibre content makes you feel satisfied for longer time which overall leads to the loss of calories per day.
Add couple of teaspoons to soups,salads or smoothies.
4. Lowers Cholesterol 
The soluble fibre content of flaxseeds trap fat and Cholesterol in the digestive system so that it is unable to be absorbed and hence naturally reduces the Cholesterol levels in blood.
5. Gluten free
Best replacement for inflammatory gluten grains . They ate best substitutes for those who have celiac disease or gluten sensitivity.
6. Anti Oxidants 
Amongst the othe rinctedible nutritional Facts they also act as anti Oxidants. Unique fibre- related polyphenols benefits in anti ageing,hormone balance and cellular growth.
7. Menopausal symptoms 
Flaxseeds also have been seen effective in menopausal women. It can be used as alternative hormone replacement therapy because log and have estrogenic properties. Also helps in maintaining regular media in menstruating ladies .
8. High in Omega 3 Fatty Acids 
Omega acids are richest source of healthy fats. They have Omega content equal to fish oil and supplies rich source of nutrition to the body of consumed on regular basis.
9. For Cancer 
Flaxseeds benefits have been proven time and time again and even including fighting breast cancer,ovarian cancer and colon cancer.
Anti oxidants found in flaxseeds can be converted into useful bacterias which reduce the risk of breast cancer. Journal of Clinical Cancer Research proves it.
10. Digestive health
Flacseed's high soluble and insoluble fibres promotes digestion in body by helping necessary stuff to absorb as quickly as possible and transfer it's content from stomach to small intestine ,hence promoting the digestion on much better way.
11. Flaxseeds as Face Masks
Along with nutritional benefits flaxseeds occupy beauty forums too. They act as vegan substitute  for eggs.
Powdering them very finely and mixing them with other beauty enhancers like honey ,aloe and masking face for 15 to 20 minutes helps the brightening and softening of skin.
12. Beneficial for People with diabetes 
Consuming flaxseeds improve blood sugar levels on diabetes due to presence of lignin. This is low glycemic food and helps stabilizing suger levels for quite longer times.
13. Skin healing
Presence of Omega 3 makes flaxseeds anti inflammatory ,hence they help in skin irritation,skin rashes,reddishness.
Apart from that they also prevent forming free radicals in body which lead to formation of malignant cancerous cells in body.
14. Keeps Skin moisturized 
Presence of Fatty acids keeps Skin moisturized and hydrated . It's intake improves the body oil production and the presence of Fatty acids keeps Skin smooth and soft. They are generally used in moisturizers to keep irritants away . Prevents water loss.
                                       ********Especially for Kids**********
15. Makes Tingling Recipes
We can substitute flaxseeds for flour int he preparation of muffins,bread,pancakes and waffles. If the recipe calls for 2 or more cups of flour ,replace about 1/4th or 1/2 cup of flour with ground flaxseeds.
16. Boosts Immunity 
The ALA from Omega 3 works along side anti oxidants to affect the White blood cells that help the immune system,fighting against various diseases and infections. Adding flaxseeds to your child's diet can help strengthen and develop their body's defence system.
17. Reduce Fatigue
Keeping kid's body charges and fuelled throughout the day is bog challenge for every mother. Adding flaxseeds in their fruit juices or sweets or home made cookies can help them reduce their Fatigue and tiredness all along the day.
18. Muscle and Bone development
Flaxseeds is great source of protein and contributes a lot to the proper development and maintenance of muscles and normal bones. Along with that it helps repairing tissues and cells along the fast pace.
19. Brain Development 
Alpha linoleic acid,building block for Omega 3 Fatty acids improve batain functioning in kids and stimulates the healthy development of brain and eye tissues. It's inflammatory properties reduces the risk of rheumatoid arthritis,migraine and childhood asthama in children.
20. Reduce Hypertension and Depression
Flaxseeds act as perfect anti depressants . Also it helps regulating the normal blood pressure levels and helps literally treating the headaches associated with Hypertension .          
                                                                              ### Happy Health ###